केडी हॉस्पिटल, मथुरा में 18 वर्षीय मरीज बॉबी, निवासी नौझिल, जिला मथुरा, सिर पर चोट लगने के कारण गभीर हालत में पहुँचे। झगड़े के दौरान, किसी ने उनके सिर पर ईंट से ज़ोर से वार किया, जिससे उनकी तबीयत तेज़ी से बिगड़ने लगी। एक जान-पहचान वाले ने तुरंत उन्हें CT स्कैन के लिए KD सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, मथुरा ले जाने की सलाह दी। परिवार वाले उन्हें तुरंत हॉस्पिटल ले गए, और समय रहते उनकी जान बचाने का काम शुरू हो गया।

Fracture Surgery

KD हॉस्पिटल पहुँचने पर, तुरंत CT स्कैन किया गया। CT स्कैन रिपोर्ट में हालत गंभीर बताई गई। बॉबी के दाहिने पैरिएटल हिस्से में पूरी तरह से फ्रैक्चर (डिप्रेस्ड स्कल फ्रैक्चर) हो गया था, जिसमें खोपड़ी की हड्डी टूटकर धंस गई थी। इस चोट से दिमाग पर दबाव पड़ रहा था, और इस वजह से मरीज़ के शरीर का बायाँ हिस्सा ठीक से काम नहीं कर रहा था। जब बॉबी हॉस्पिटल पहुँचे, तो उनके शरीर की ताकत सिर्फ़ पाँचवें हिस्से तक ही बची थी। न्यूरोसर्जन दीपक चौधरी ने साफ़-साफ़ कहा कि एक पल की भी देरी खतरनाक हो सकती है और तुरंत न्यूरोसर्जरी ज़रूरी है। दिमाग की चोट में, समय ही ज़िंदगी है, और समय पर लिए गए फ़ैसले भविष्य तय करते हैं।

KD सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की एक्सपर्ट टीम ने जल्दी से ऑपरेशन की तैयारी की और उसे अंजाम दिया। सर्जरी के दौरान, दबे हुए फ्रैक्चर (डिप्रेस्ड स्कल फ्रैक्चर) को ध्यान से हटाया गया, टूटे हुए हिस्सों को सही जगह पर लगाया गया और दिमाग के प्रभावित हिस्से को सुरक्षित रूप से ठीक किया गया। फुर्ती, अनुभवी हाथों और मॉडर्न सुविधाओं की मदद से यह प्रोसेस सफलतापूर्वक पूरा हुआ। ऑपरेशन के बाद बॉबी की हालत में काफी सुधार दिखा। उसके बाएं हिस्से की कमजोरी धीरे-धीरे कम हो गई। वह अपने हाथ और पैर उठा पा रहा था, उसके रिफ्लेक्स बेहतर हुए और कुछ ही दिनों में वह सहारे से चलने लगा। मरीज़, जो अपनी 1/5 ताकत के साथ आया था, अब नॉर्मल एक्टिविटीज़ फिर से शुरू कर पा रहा है। समय पर इलाज उसकी सबसे बड़ी सुरक्षा साबित हुआ।

KD सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में, दिमाग और रीढ़ की हर इमरजेंसी का इलाज मॉडर्न टेक्नोलॉजी और अनुभवी डॉक्टरों की टीम करती है। यह 24×7 इमरजेंसी सर्विस, एक एडवांस्ड OT, एक सुरक्षित ICU, ट्रेंड नर्सिंग स्टाफ, CT स्कैन और सभी ज़रूरी सुविधाएं एक ही छत के नीचे देता है। यही वजह है कि गंभीर मामलों को भी सुरक्षित रूप से संभाला जाता है, जिससे मरीज़ों के बेहतर नतीजे मिलते हैं।

KD सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जन दीपक चौधरी का मानना ​​है कि ब्रेन और स्पाइन सर्जरी से डरना नहीं चाहिए, बल्कि समय पर सही हॉस्पिटल चुनना चाहिए, क्योंकि देरी से स्थिति और बिगड़ सकती है। बॉबी इसका जीता-जागता उदाहरण हैं—समय पर लिए गए फैसलों और अच्छे इलाज से उनकी ज़िंदगी नॉर्मल हो गई।

KD सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, मथुरा, मरीज़ों को सुरक्षित, मॉडर्न और भरोसेमंद इलाज देने के लिए समर्पित है। यहां आने वाला हर मरीज़ बेहतर सेहत, सही डायग्नोसिस और एक्सपर्ट केयर का भरोसा लेकर जाता है।